नूतन स्कूल में वाद-विवाद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन।
संवाददाता — मनोज कुमार टांक
लोकेशन — शाहपुरा (जयपुर ग्रामीण)
स्लग (न्यूज़ हैडलाइन)—- नूतन स्कूल में वाद-विवाद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन।
‘‘इंटरनेट हमारे लिए वरदान है’’
एंकरिंग——
नूतन विद्या मन्दिर में उच्च प्राथमिक स्तर पर ‘‘इंटरनेट हमारे लिए वरदान है’’ विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
मुख्य वक्ता एडमिनिस्ट्रेटर अविरल वर्मा ने आह्वान किया कि वर्तमान युग में विद्यार्थी को मोबाइल व इंटरनेट की मायावी चुनौती का सामना करते हुए समाज के भावी कर्णधार के रुप में अपनी प्रकाश पूर्ण भूमिका के लिए तैयार रहना होगा। इंटरनेट स्रोतों के माध्यम से विषयों की नवीनतम जानकारियां, समाज, देश एवं विश्व के घटनाक्रम से परिचित युवा पीढ़ी ही अपना श्रेष्ठतम प्रदर्शन कर सार्थक समाधान पर विचार कर सकती है।
निदेशक विश्वनाथ वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संगठित अर्थव्यवस्था के लिए ई- फाइलिंग, ई-सत्यापन, नेट बैंकिंग और फोनपे व पेटीम जैसी डिजिटल भुगतान प्रणालियां एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स, डेटा एनालिटिक्स इंटरनेट द्वारा ही सम्भव हो सके हैं इसलिए मनुष्य द्वारा विकसित तकनीक परमार्थ से अभिप्रेरित होनी चाहिए।
विद्यार्थियों ने वाद-विवाद प्रतियोगिता में डिजिटल अरेस्ट, साइबर क्राइम, साइबर सुरक्षा, ऑनलाइन एज्यूकेशन, फिशिंग, वॉयस फिशिंग पर अपने विचार व्यक्त किये।
प्रतियोगिता के पक्ष में क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पर पुलकित कश्यप, दीपिका ढबास, दिव्यांशी पलसानिया एवं विपक्ष में वैष्णवी शर्मा, सौम्या खाण्डल, पायोजा रही। यश मित्तल, दीलिषा, कृतिका, सानवी का चयन सांत्वना पुरस्कार के लिए किया गया।
प्रधानाचार्य अनिता टेलर ने बताया कि भारत जैसे विशाल देश में इंटरनेट और डिजिटल क्रान्ति का प्रभाव हर क्षेत्र में बढ़ रहा है। छात्र-छात्राओं में ज्ञान के प्रति ऐसी भावना पैदा की जाए कि वे इन्टरनेट को मौजमस्ती का कारक न समझकर इसे विद्यार्जन, कौशल विकास व व्यक्तित्व के सभी पक्षों को विकसित करने वाले वातावरण का स्वर्णिम स्रोत मानकर स्वतंत्र चिंतन व सोच को विकसित कर सकें।
प्रधानाचार्य अंग्रेजी माध्यम जितेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इंटरनेट में सोशल मीडिया विद्यार्थियों एवं युवापीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य के लिए घातक है। ग्लोबलाइजेशन के युग में डिजिटल साक्षरता एवं ऑनलाइन एज्यूकेशन भी आवश्यक है। वर्तमान पीढ़ी को ऑनलाइन क्षति से बचाने के लिए सरकारी और गैर सरकारी संगठनों को संतुलित रुप से जागरुकता अभियानों का आयोजन करना चाहिए।
संयोजक रीना त्रिपाठी, राजेश यादव, कोमल अग्रवाल एवं निर्णायक राजकुमार यादव एवं कोमल वर्मा थे। इस अवसर पर शिक्षक कमलेश वशिष्ठ, शंकर लाल बुनकर, रामावतार यादव, लोकेन्द्र योगी, कृष्ण सैनी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता में 316 विद्यार्थियों ने भाग लिया।