राइजिंग राजस्थान में आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रजनीश शर्मा ने दिए कई महत्वपूर्ण सुझाव
संवाददाता — मनोज कुमार टांक
लोकेशन — शाहपुरा (जयपुर ग्रामीण)
राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम में रजनीश हॉस्पिटल के निदेशक व आईएमए राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष डॉ रजनीश शर्मा ने चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के समक्ष राइजिंग राजस्थान में हेल्थ सेक्टर को प्रभावी रूप से विकसित करने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। डॉक्टर शर्मा ने बताया कि भारत में पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पताल, सैटलाइट सेंटर सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल है परंतु रेगुलर क्वालिटी ट्रेनिंग डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों की होती रहे इसकी नितांत आवश्यकता है। इसमें आईएमए राजस्थान अपनी 72 ब्रांचें द्वारा पूरा सहयोग करने को तैयार है। उन्होंने मां योजना में पैकेज दरों को व्यवसायिक बनाने पर, जीवन रक्षक दवाओं, उपकरण और हेल्थ सेक्टर की अन्य सुविधाओं को जीएसटी से मुक्त करने, आरजीएचएस स्कीम के कुशल संचालन पर भी सुझाव दिए। उन्होंने सुझाव दिया कि इलेक्ट्रिक टैरिफ विद्युत दर प्रति यूनिट कम होने व अन्य लाभों से हेल्थ सेक्टर राजस्थान में मेडिकल टूरिज्म को विकसित कर सकेगा। तभी हेल्थ सेक्टर में इकोनामिक एवं उचित दरों पर निदान और उपचार संभव हो सकेगा। साथ ही सुझाव दिया कि राइजिंग राजस्थान में हेल्थ सेक्टर को प्रभावी रूप से विकसित करने के लिए आवश्यक है कि उसे हेल्थ इंडस्ट्रीज का दर्जा दिया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा की भविष्य में राजस्थान में हैल्थ सेक्टर को उन्नत करने के लिए रिसर्च एंड डवलपमेंट पर बल देना होगा। हेल्थ सेक्रेट्री गायत्री राठौर ने राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रेजेंटेशन दिया और बताया की किस प्रकार हम आधुनिक सेवाओं को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। इस अवसर पर हैल्थ केयर सेक्टर में 26000 करोड़ से अधिक के MOU किए गए। कार्यक्रम का संचालन जोधपुर एम्स के पुनीत भारद्वाज ने किया।
इस दौरान हेल्थ सेक्टर के कई देशों की प्रतिनिधि के साथ एनएचएम के अध्यक्ष भारती दीक्षित, आयुर्वेद विभाग के सचिव भवानी सिंह देथा, डॉक्टर सुनीत राणावत, डॉक्टर प्रियंका गोस्वामी, डॉक्टर सुशील परमार जयपुर सीएमएचओ, डॉक्टर शेखावत, संयुक्त निदेशक डॉ नरोत्तम शर्मा, डॉ प्रवीण झारवाल आदि उपस्थित रहे।