शाहपुरा उप जिला चिकित्सालय में ब्लड स्टोरेज यूनिट का नहीं हो रहा है संचालन
जयपुर ग्रामीण संवाददाता मनोज कुमार टांक की रिपोर्ट
शाहपुरा के राजकीय उप जिला चिकित्सालय में ब्लड स्टोरेज यूनिट स्वीकृत है लेकिन उसका संचालन नहीं हो पा रहा है जब इस बाबत पीएमओ से जानकारी चाहिए गई तो उन्होंने बताया कि ब्लड स्टोरेज यूनिट का सारा सामान, उपकरण, ब्लड स्टोरेज यूनिट में लगा दिया गया है तथा संचालन सिर्फ इसलिए नहीं हो पा रहा है कि तकनीशियन और मैन पावर की कमी है तथा इसके बारे में उच्च अधिकारियों एवम स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत करवा दिया गया है शीघ्र ही मैनपॉवर आते ही ब्लड स्टोरेज यूनिट चालू कर दी जाएगी। जब इस बारे में आमजन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कार्मिक, स्टाफ, मेंन पावर लाने का कार्य जनप्रतिनिधि का है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यहां विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि आये दिन अस्पताल में निरीक्षण करने तो आते रहते हैं लेकिन व्यवस्थाओं के नाम से केवल झूठे आश्वासन देकर के अखबारों की सुर्खियां में अपना नाम आने तक का काम करते हैं जिससे यहां के शहरवासी स्थानीय जनप्रतिनिधि के कार्यों से बेहद नाराज है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि शाहपुरा उप जिला चिकित्सालय जहां पर रोजाना 2000 के आसपास मरीज ईलाज करवाने आते हैं तथा वहीं पर शाहपुरा परिक्षेत्र में सबसे बड़ा अस्पताल होने के चलते आए दिन दुर्घटना में घायल लोगों को यहां ट्रॉमा सेंटर में लाया जाता है परंतु यहां 48 पद तो पहले से ही रिक्त चल रहे हैं तथा इसके अलावा ब्लड स्टोरेज के नहीं होने के चलते तथा इमरजेंसी सेवाओं के तहत पूर्ण रूपेण उपचार नहीं होने के कारण इनको ज्यादातर जयपुर रैफर करना उप जिला चिकित्सालय की मजबूरी बन जाती है तथा इसके कारण आए दिन मरीजों की बीच रास्ते में ही मृत्यु हो जाती हैं। इन सब के बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधि ने जयपुर रैफर प्रणाली के सुधार के लिए शाहपुरा अस्पताल में ना तो रिक्त चल रहे 48 पदों को भरने पर न तो ध्यान दे रहे और ना ही ब्लड स्टोरेज यूनिट चालू कराने की मांग पर कोई कार्य कर रहे हैं। जिसके कारण शहरवासियों में स्थानीय जनप्रतिनिधि के बेपरवाह रवैए के चलते गहरा रोष है।